pope francis : Pope का चुनाव बड़ा ही दिलचस्प होता है इसके बारे में जानकर आप चौंक जायेंगे, ईसाई धर्म पूरी दुनिया में फैला है और यह वेटिकन सिटी से कंट्रोल होता है और कंट्रोल करने वाले शख्स को pope कहते हैं, जानकारी के अनुसार जॉन पॉल द्वितीय ने 1996 में आखिरी बार चुनाव की प्रक्रिया को नियमबद्ध किया और उसके बाद बेनिडिक्स सॉल्वें ने उसे लगभग बिना किसी छेड़छाड़ के बरकरार रखा |
pope francis : मतदान तब तक होता है जब तक दो तिहाई वोट ना मिल जाए
नियम है कि 80 साल से कम उम्र के कार्डिनल ही नए pope के चुनाव में मतदान कर सकते हैं | इनकी संख्या पूरी दुनिया में लगभग 115 है | यह चुनाव वेटिकन सिटी के चैंबलिन चर्च के दिशा निर्देश में किया जाता है नियम के मुताबिक मतदान तब तक होता है जब तक किसी कार्डिनल को दो तिहाई वोट ना मिल जाए pope बनने के लिए 77 कार्डिनल्स के वोट मिलने चाहिए जैसे कि किसी भी बिल को भारत की संसद से पास कराने के लिए और देश का कानून बनाने के लिए वन थर्ड की बहुमत की जरूरत होती है |
pope francis : कागज के मत पत्रों का इस्तेमाल
चुनाव में कागज के मत पत्रों का इस्तेमाल किया जाता है इनकी गिनती भी हाथों से की जाती है यह मतदान गुप्त होता है चुनाव के लिए तीन-तीन कार्डिनल्स के तीन समूह बनाए जाते हैं पहले समूह स्क्रुटनी बैलेट गिनता है दूसरा रिवाइजर दोबारा गिनती है तीसरा समूह इन्फर्मी या कार्डिनल से बैलेट जमा करता है यहां पर एक और दिलचस्प बात बता दें कि pope का चुनाव करते समय कार्डिनल्स को हर दिन चार बार वोट देना पड़ता है |
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pope francis : जानकारी सुनकर चौंक जाएंगे
चुनाव अधिकारी बैलेट गिन कर दूसरी प्लेट में रखता है और यह सुनिश्चित करता है कि सभी कार्डिनल्स ने वोट दे दिए हैं या नहीं चुनाव में एक ऐसा ही मोड़ आता है जहां की जानकारी सुनकर चौंक जाएंगे चुनाव के दौरान और वोटिंग के दौरान हर बैलट से एक स्क्रुटनर नाम नोट करके दूसरे उम्मीदवार को देता दूसरे का भी यही काम है तीसरा स्क्रुटनर हर नाम को जोर जोर से कांक्लिव में बोलता है और प्रत्येक मत को सुई की सहायता से एक धागे में पिरोता है |
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pope francis : मत पत्रों पर विशेष रसायन डालकर भट्टी में डाला जाता है
हर चरण के मतदान के बाद मत पत्रों पर विशेष रसायन डालकर भट्टी में डाला जाता है जिसका काला या सफेद धुआं चिमनी से बाहर निकलता है यदि चिमनी से काला धुआं निकलता है तो इसका मतलब यह है कि चुनाव प्रक्रिया अभी चल रही निर्णय नहीं हुआ सफेद हुआ होने पर संकेत मिलता है कि pope का चयन हो गया है नया pope चुन लिए जाने के बाद चुने हुए pope का काम होता है कि वह अपना नाम बदले या एक नया नाम रखें नया नाम रखने और फिर घोषणा होने के बाद नए pope जनता को दर्शन देते हैं |
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pope francis : करीब एक अरब 20 करोड़ कैथोलिक ईसाइयों के धर्मगुरु
और लोगों को आशीर्वाद देते हैं इसीलिए नए pope बेसिलिका की बालकनी में आते हैं और लोगों का अभिवादन करते हैं pope की खिड़की पर आने का भी नियम है जैसे कि बालकनी में पहले से निर्धारित कपड़े पहन कर आते है बाहर हजारों लोगों की भीड़ उनकी एक झलक पाने को खड़ी रहती है उसके बाद मिलता है दुनिया का सबसे शक्तिशाली शख्स जो करीब एक अरब 20 करोड़ कैथोलिक ईसाइयों के धर्मगुरु होते हैं |